Nainital:श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन देवी के विविध रूपों की हुई भव्य व्याख्या
May 07, 2025
•
319 views
जनहित
उत्तराखंड: श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन देवी के विविध रूपों की हुई भव्य व्याख्या
व्यास देवेश शास्त्री ने बताया देवी का त्रिशक्ति स्वरूप—काली, लक्ष्मी और सरस्वती
नैनीताल, 7 मई 2025 — नगर में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के तीसरे दिवस पर व्यास देवेश शास्त्री ने श्रद्धालुओं को देवी के विभिन्न रूपों — काली, लक्ष्मी और सरस्वती — के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने देवी के शक्ति, समृद्धि और ज्ञान स्वरूपों का वर्णन करते हुए उनकी महिमा और पराक्रम का बखान किया।
शास्त्री जी ने कहा कि काली रूप देवी का क्रोध और शक्ति का प्रतीक है, जो अधर्म का नाश करती हैं; लक्ष्मी रूप वैभव और समृद्धि का प्रतीक है, जो भक्तों को सुख-संपत्ति प्रदान करती हैं; वहीं सरस्वती ज्ञान की देवी हैं, जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती हैं।
कथा में महिषासुर, चांडिका, मुंडिका सहित अनेक असुरों के संहार का वर्णन हुआ, जिससे देवताओं को उद्धार मिला और धरती पर धर्म की पुनर्स्थापना हुई। व्यास जी ने देवी को त्रिशक्ति स्वरूप बताया, जिन्होंने देवताओं को संकट से मुक्त कर उन्हें अमरता प्रदान की।
व्यास जी ने कहा, “देवी की शक्ति, दया और कृपा अनंत हैं। उनके रूप हमें जीवन के विविध पहलुओं को समझने और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।”
आज के दिन हीरा सिंह रावत सपत्नीक यजमान रहे। इस अवसर पर मनोज साह, जगदीश बावड़ी, अशोक साह, मुकेश जोशी, राजेंद्र लाल साह, देवेंद्र लाल साह, कैलाश बोरा, मिथिलेश पांडे, आनंद बिष्ट, हरीश पंत, राजेंद्र बिष्ट, बिमल साह, बिमल चौधरी, भुवन बिष्ट, मुन्नी भट्ट, सभासद लता दफौटी, मोहित लाल साह, सुमन साह, भावना, वंदना पांडे, केदार सिंह राठौर, खुशहाल कार्की, हरीश राणा सहित अनेक श्रद्धालु भक्तों ने उपस्थित होकर कथा श्रवण का लाभ उठाया।
कथा स्थल पर भक्तिमय वातावरण, देवी के भजनों और श्रद्धालुओं की आस्था से वातावरण पूर्णतः आध्यात्मिक हो गया। कल चौथे दिन देवी की सात्विक लीलाओं का वर्णन किया जाएगा।
Comments
0 voicesLog in or sign up to comment
No comments yet. Be the first to share your thoughts!