नैनीताल : श्रीमद् देवी भागवत कथा के पांचवे दिन स्कंद माता की भक्ति में डूबे श्रद्धालु
May 09, 2025
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सामान्य
उत्तराखंड: नैनीताल में श्रीमद् देवी भागवत कथा के पांचवे दिन स्कंद माता की भक्ति में डूबे श्रद्धालु
व्यास देवेश चंद्र शास्त्री ने सुनाई स्कंद माता की कथा, नगर के गणमान्य लोग रहे उपस्थित
नैनीताल। नगर में चल रही श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के पांचवे दिन व्यास देवेश चंद्र शास्त्री ने श्रद्धालुओं को स्कंद माता की महिमा का भावपूर्ण वर्णन सुनाया। उन्होंने बताया कि स्कंद माता, भगवान कार्तिकेय की जननी हैं और उन्हें गोद में लेकर विराजमान रहती हैं। कार्तिकेय को स्कंद भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है ‘ऊँचा हुआ’ या ‘बढ़ा हुआ’।
व्यास जी ने कहा कि कार्तिकेय का जन्म अग्नि से हुआ और देवताओं द्वारा उन्हें धारण किया गया, जिससे उनका नाम स्कंद पड़ा। स्कंद माता अपने पुत्र के माध्यम से दुष्टों का संहार करती हैं और अपने भक्तों को सुरक्षा और कल्याण प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्धालु श्रद्धा से स्कंद माता की आराधना करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उन्हें माता की कृपा प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि स्कंद माता की भक्ति, शक्ति और मातृत्व का ज्ञान जीवन को प्रेरणा देता है और धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ने की राह दिखाता है।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल, मनोज साह, जगदीश बावड़ी, अशोक साह, बिमल चौधरी, मुकेश जोशी, राजेंद्र लाल साह, देवेंद्र लाल साह, हीरा सिंह, कैलाश बोरा, मिथिलेश पांडे, आनंद बिष्ट, हरीश पंत, राजेंद्र बिष्ट, बिमल साह, भुवन बिष्ट, मुन्नी भट्ट, जय पालीवाल, सुमन साह, मोहित लाल साह, भावना, पुष्पा बावड़ी, केदार सिंह राठौर, खुशहाल कार्की, हरीश राणा, धर्मेंद्र शर्मा, दर्शन, गोविंद सिंह भगवान, रक्षित साह, प्रो. ललित तिवारी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
कथा स्थल पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी और श्रद्धा के साथ स्कंद माता की आरती एवं भजन कीर्तन में भाग लिया। आयोजन समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद व भंडारे की व्यवस्था की गई थी।
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