श्री नंदा देवी महोत्सव में पारंपरिक विधि से मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण
September 10, 2024
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उत्तराखंड: *श्री नंदा देवी महोत्सव में पारंपरिक विधि से मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने दी पर्व की शुभकामनाएं
नैनीताल,
श्री राम सेवक सभा द्वारा आयोजित श्री नंदा देवी महोत्सव में आज मां नंदा और सुनंदा की मूर्तियों का पारंपरिक विधि से निर्माण किया गया। यह मूर्तियां कदली वृक्ष और बांस के साथ लोक पारंपरिक कलाकारों द्वारा बनाई गईं, जिनमें चंद्रप्रकाश साह, गोधन सिंह, हीरा सिंह, भुवन बिष्ट, ललित साह, आरती सम्मल, मोनिका साह, भारती, हरीश पंत, अमर साह, दीप गुरुरानी, और भोला ने अपने कौशल से मूर्तियों को रंगों से सजाकर सजीव रूप दिया। कल अष्टमी के पावन अवसर पर ब्रह्म मुहूर्त में इन मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
इस आयोजन में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूरी ने विशेष रूप से प्रतिभाग किया और मूर्ति निर्माण की प्रक्रिया के बारे में कलाकारों से विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने पारंपरिक कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और संवारने में इन कलाकारों का योगदान अतुलनीय है। श्रीमती खंडूरी ने उत्तराखंडवासियों को नंदा देवी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि मां नंदा उत्तराखंड की कुल देवी हैं, और यहां के लोगों के व्यवहार और संस्कृति में उनकी आस्था साफ झलकती है।
महोत्सव के दौरान लोकगीत प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर की हर्षिता गुसाईं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान सेंट जॉन पब्लिक स्कूल के निशांत पाल को मिला, जबकि तृतीय स्थान वैष्णवी गुसाईं रमा मांटेसरी और मयंक बुदला कोटि सेंट जॉन स्कूल ने साझा किया। तनिष्का पंत बीएसएसवी को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।
इसके अलावा, क्विज प्रतियोगिता में बीएसएसवी गर्ल्स की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। सेंट जॉन स्कूल और एमएल साह बाल विद्या मंदिर ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान हासिल किया, जबकि बीएसएसवी बॉयज तीसरे स्थान पर रहे।
इस पूरे कार्यक्रम का संचालन हेमंत बिष्ट, प्रो. ललित तिवारी, मीनाक्षी कीर्ति और नवीन पांडे द्वारा किया गया। निर्णायक मंडल में ब्रिज मोहन जोशी और कैलाश जोशी रहे। कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण किया गया, जिसमें गिरीश जोशी, मनोज साह, राजेंद्र लाल साह, जगदीश बावड़ी, और ललित साह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आशीर्वाद क्लब ने पुरस्कार प्रदान किए।
इस महोत्सव में नीलू अल्हांश, निधि कंसल, गीता साह, तारा बोरा, नीलम जोशी, विक्रम रावत, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी प्रतिभागियों और कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने का माध्यम बनते हैं।
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