नैनीताल की सांस्कृतिक धरोहर: श्री मां नयना देवी मंदिर, श्री नन्दा देवी महोत्सव और रामलीला
October 08, 2024
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सामान्य
उत्तराखंड: आलेख - बृजमोहन जोशी (एम.ए. इतिहास), नैनीताल
वर्तमान समय में अपने स्थान पर निर्मित श्री मां नयना देवी मंदिर, मल्लीताल, नैनीताल के निर्माता स्वर्गीय मोतीराम शाह जी के सुपुत्र स्वर्गीय अमरनाथ शाह जी थे। इसी प्रकार, वर्तमान स्थान पर स्थित श्री राम सेवक सभा भवन के निर्माण का श्रेय दानवीर स्वर्गीय लाला चेतराम साह ठुलघरिया जी को जाता है।
श्री मां नयना देवी मंदिर का निर्माण:
नैनीताल में वर्तमान स्थान पर श्री मां नयना देवी मंदिर का निर्माण और स्थापना बैंकर एवं ठेकेदार लाला मोतीराम शाह जी के सुपुत्र स्वर्गीय लाला अमरनाथ शाह जी द्वारा की गई थी। वर्ष 1883 में इस मंदिर का निर्माण प्रारंभ हुआ और ज्येष्ठ नवमी 1884 को श्री मां नयना देवी की प्राण-प्रतिष्ठा समारोहपूर्वक की गई।
श्री शाह जी के परिवार को नैनीताल में श्री मां नन्दा देवी महोत्सव तथा रामलीला के आयोजन का श्रेय भी जाता है। नैनीताल में रामलीला का प्रथम मंचन दुर्गापुर वीर भट्टी में मोतीराम शाह जी और उनके सुपुत्र दुर्गा शाह जी ने किया। तल्लीताल, नैनीताल में रामलीला का मंचन वर्ष 1923 में श्री हरि दत्त जोशी जी (जो राय बहादुर भी थे) के प्रयास से हुआ, जबकि इससे पूर्व मल्लीताल में रामलीला का मंचन होता था।
श्री राम सेवक सभा भवन का निर्माण:
लाला चेतराम साह जी ने तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर और चैयरमेन मि. जी. एल. आई. सी. एस. विवियन को 11 अगस्त 1928 को एक पत्र भेजा। इसमें उन्होंने मल्लीताल के ‘आलू का पड़ाव’ नामक स्थान पर एक भव्य और सुंदर रामलीला मंचन के लिए स्टेज के निर्माण की स्वीकृति मांगी थी। वर्ष 1929 में इस भवन का निर्माण लाला ठुलघरिया जी ने अपने स्वर्गीय सुपुत्र हर प्रसाद साह की स्मृति में श्री राम सेवक सभा मल्लीताल नैनीताल को समर्पित किया।
तब से लेकर आज तक श्री राम सेवक सभा मल्लीताल नैनीताल द्वारा रामलीला, श्री मां नन्दा देवी महोत्सव और समय-समय पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया जा रहा है। वर्ष 2024 में श्री मां नन्दा देवी महोत्सव का 122वां वर्ष मनाया जा रहा है।
(संदर्भ साभार: नन्दा देवी स्मारिका, नैनीताल)
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