नवरात्रि 2025: जानिए कब से शुरू हो रही है और इसका धार्मिक महत्व
March 20, 2025
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सामान्य
उत्तराखंड: नवरात्रि 2025: जानिए कब से शुरू हो रही है और इसका धार्मिक महत्व
नवरात्रि 2025 का शुभारंभ 30 मार्च 2025 (रविवार) से होगा और समापन 7 अप्रैल 2025 (सोमवार) को होगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना विशेष रूप से की जाएगी। नवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसे शक्ति, साधना और आत्मशुद्धि का पर्व माना जाता है।
नवरात्रि का धार्मिक महत्व
नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों को समर्पित होता है, जो नारी शक्ति, साहस और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के प्रत्येक स्वरूप की पूजा कर भक्तगण आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
नवरात्रि के महत्व के प्रमुख बिंदु:
1. आध्यात्मिक शुद्धि: नवरात्रि के दौरान व्रत, पूजा और साधना करने से व्यक्ति के मन, वचन और कर्म की शुद्धि होती है।
2. सकारात्मक ऊर्जा: इन नौ दिनों में विशेष पूजा-अर्चना से घर-परिवार में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
3. नारी शक्ति का सम्मान: मां दुर्गा के नौ स्वरूप नारी शक्ति का प्रतीक हैं, जिनकी आराधना से समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना को बल मिलता है।
4. कृषि और पर्यावरण: नवरात्रि के दौरान बोए गए जौ (जवारे) नई फसल के आगमन का संकेत देते हैं, जो कृषि संस्कृति में विशेष महत्व रखते हैं।
5. विजय का प्रतीक: नवरात्रि बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है, जो व्यक्ति को अपने जीवन के संघर्षों से लड़ने की प्रेरणा देता है।
नवरात्रि के नौ दिनों का विशेष भोग और फल
हर दिन देवी मां के एक स्वरूप का पूजन कर उन्हें प्रिय भोग अर्पित किया जाता है।
दिनांक देवी स्वरूप भोग फल
30 मार्च 2025 शैलपुत्री गाय का घी 1 अनार
31 मार्च 2025 ब्रह्मचारिणी शक्कर 2 सेब
1 अप्रैल 2025 चंद्रघंटा दूध से बनी मिठाई 3 केले
2 अप्रैल 2025 कूष्माण्डा मालपुआ 4 नाशपाती
3 अप्रैल 2025 स्कंदमाता केला 5 अंगूर
4 अप्रैल 2025 कात्यायनी शहद 6 अमरूद
5 अप्रैल 2025 कालरात्रि गुड़ 7 चर्चीकू
6 अप्रैल 2025 महागौरी नारियल 8 शरीफा
7 अप्रैल 2025 सिद्धिदात्री तिल 9 संतरे
पूजा विधि
• नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना (घटस्थापना) की जाती है।
• इसके बाद प्रत्येक दिन देवी के विशेष स्वरूप का पूजन कर उन्हें प्रिय भोग अर्पित किया जाता है।
• महानवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है, जिसमें 9 कन्याओं को भोजन कराकर उनका आशीर्वाद लिया जाता है।
नवरात्रि में रखें ये विशेष सावधानियां
• पूजा के दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करें।
• घर में स्वच्छता और पवित्रता बनाए रखें।
• नवरात्रि के दौरान नकारात्मक विचारों से बचें और भक्ति में मन लगाएं।
नवरात्रि का यह पर्व भक्तों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा, शक्ति और सफलता प्राप्त करने का विशेष अवसर होता है।
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