उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर रेखा आर्या ने शहीदों को किया नमन, ‘उत्कृष्ट उत्तराखंड’ के निर्माण का
November 09, 2024
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सामान्य
उत्तराखंड: कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने नैनीताल शहीद स्मारक पहुंचकर राज्य आंदोलनकारियों को किया नमन
“ये वर्ष उत्तराखण्ड की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करने का वर्ष है”: रेखा आर्या
राज्य की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने बुधवार को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नैनीताल में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने सबसे पहले जू रोड स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के अमर शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज का दिन पृथक राज्य के लिए किए गए संघर्ष को स्मरण करने का दिन है। यह हमें याद दिलाता है कि उत्तराखंड के निर्माण के लिए हमारे आंदोलनकारियों ने अपने प्राणों तक का बलिदान दिया। हम उन आंदोलनकारियों की आशाओं और अपेक्षाओं के अनुसार उत्तराखंड के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मंत्री रेखा आर्या ने राज्य आंदोलनकारियों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का ऑनलाइन उद्बोधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर वर्चुअल बधाई संदेश भी सुना। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान के बिना इस देवभूमि का कोई अस्तित्व नहीं होता। उन्होंने मुजफ्फरनगर, खटीमा, और मसूरी गोली कांड जैसी घटनाओं को याद करते हुए कहा कि इन संघर्षों की कहानियां आज भी हृदय को झकझोर देती हैं।
उत्तराखंड ने अपने 25वें वर्ष में प्रवेश कर लिया है, और इस अवसर पर रेखा आर्या ने कहा कि यह वर्ष उत्तराखंड के समग्र विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का है। यह वर्ष राज्य की जनता की आशाओं-आकांक्षाओं को पूर्ण करने, नए संकल्पों को लेने और उन्हें सिद्धि तक पहुंचाने का है। यह वर्ष प्रगति की नई परिभाषा लिखने और “उत्कृष्ट उत्तराखंड” के निर्माण का वर्ष है।
रेखा आर्या ने बताया कि प्रदेश सरकार ने समान नागरिक संहिता और नक़ल विरोधी कानून जैसे निर्णय लिए हैं, जो प्रदेश के युवाओं और महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण में सहायक हैं। उन्होंने सतत विकास की रैंकिंग में उत्तराखंड के पहले स्थान पर आने की सराहना की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप यह दशक उत्तराखंड का दशक बनने वाला है।
अपने संबोधन में रेखा आर्या ने 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी का उल्लेख करते हुए कहा कि छोटे राज्यों को यह अवसर आसानी से नहीं मिलता। यह हमारे प्रदेश की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि हमें राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी का गौरव प्राप्त हुआ है।
मंत्री ने राज्य आंदोलनकारियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित भी किया, जिनमें शांति मेहरा, रमेश पाण्डेय, नरेंद्र मोहन, तारा सिंह बिष्ट, के एल आर्या जैसे आंदोलनकारियों को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, पर्यावरण मित्रों, स्वयं सहायता समूहों, कृषि और उद्यान विभाग के सदस्यों और “लखपति दीदी” कार्यक्रम की महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि दस मृतक आश्रितों को मनरेगा योजना से लाभान्वित कर उनकी आजीविका सुदृढ़ की गई है। इनमें जीवंती देवी, चंपा देवी, सचिन आर्या, मोहन राम, अनिल कुमार, रवि जोशी, पंकज आदि को गौशाला और मुर्गी पालन के लिए मनरेगा से स्वीकृति प्रमाण पत्र दिए गए। पशुपालन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री राज्य मिशन योजना के तहत लाभार्थियों को गाय पालन हेतु 1.60 लाख, खच्चर पालन के लिए 1.80 लाख और मुर्गी पालन के लिए 60 हजार रुपये के चेक वितरित किए गए।
इसके बाद जिलाधिकारी वंदना सिंह और विधायक सरिता आर्या ने फूड फेस्टिवल में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर सवेरे आयोजित मैराथन में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विधायक सरिता आर्या, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय, एडीएम शिव चरण द्विवेदी, एसडीएम प्रमोद कुमार, पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी, युवा कल्याण अधिकारी प्रतीक जोशी, तहसीलदार मनीषा मकराना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्कूली बच्चे और आम जनता भी उपस्थित रहे।
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