डीएसबी परिसर में फ्लायर का विमोचन दुर्लभ हिमालयी प्रजातियों के संरक्षण का संदेश
May 11, 2025
•
649 views
सामान्य
उत्तराखंड: डीएसबी परिसर में फ्लायर का विमोचन
दुर्लभ हिमालयी प्रजातियों के संरक्षण का संदेश
विशेष अतिथियों की उपस्थिति में कार्यक्रम
कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित वनस्पति विज्ञान विभाग में शनिवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फेलो ऑफ नेशनल अकादमी ऑफ साइंसेज एवं एचएफआरई के पूर्व निदेशक डॉ. एस.एस. सामंत, पंतनगर विश्वविद्यालय की वनस्पति विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति चतुर्वेदी, विदेश मंत्रालय के निदेशक सौरभ जोशी और विभागाध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी उपस्थित रहे।
तीन संकटग्रस्त प्रजातियों पर आधारित फ्लायर जारी
कार्यक्रम में हिमालयन एल्म (Almus wallichiana), स्वीट ऑलिव (Osmanthus fragrans) और हिमालयन स्ट्रॉबेरी (Cornus capitata) से संबंधित फ्लायर का लोकार्पण किया गया। ये तीनों पौधों की प्रजातियाँ IUCN की संकटग्रस्त श्रेणी में आती हैं।
फ्लायर में दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
फ्लायर में इन पौधों का वर्गीकरण, वनस्पति विवरण, रासायनिक संरचना (फाइटोकैमिस्ट्री), वितरण, पारंपरिक उपयोग (एथनोबॉटनी) और संरक्षण के उपाय विस्तार से बताए गए हैं। साथ ही, इनके संरक्षण के लिए समाज से अपील की गई है।
आईईआरपी परियोजना के अंतर्गत तैयार हुआ फ्लायर
यह फ्लायर आईईआरपी (इंटीग्रेटेड रिकॉर्वलूपमेंट रिसर्च प्रोग्राम) के तहत आईईआरपी पर्यावरण संस्थान कटरमल के सहयोग से तैयार किया गया। इसे प्रो. ललित तिवारी, देवनावी पांडे, प्रो. गीता तिवारी, आनंद कुमार, दिशा उप्रेती, वसुंधरा, विशाल बिष्ट और शिखा पांडे की टीम ने तैयार किया है।
डॉ. एस.एस. सामंत ने कहा कि इन पौधों में औषधीय, चारा, ईंधन, आश्रय, लकड़ी और शिल्प के गुण मौजूद हैं। डॉ. प्रीति चतुर्वेदी ने इनके संरक्षण को अत्यंत आवश्यक बताया। निदेशक सौरभ जोशी ने कहा कि यह फ्लायर आम नागरिकों और विद्यार्थियों के लिए भी उपयोगी साबित होगा
कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी ने आईईआरपी संस्थान और पूरी टीम का आभार प्रकट किया
Comments
0 voicesLog in or sign up to comment
No comments yet. Be the first to share your thoughts!