रामनवमी की शुभकामनाएं : रामजी के जन्मदिन के रूप मनाया जाता है नवमी पर्व
April 17, 2024
•
656 views
सामान्य
उत्तराखंड: हिंदू धर्म में रामनवमी का बहुत महत्व है। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, जो भी भक्त इस दिन पूरी श्रद्धा और विधि-विधान से मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की पूजा करता है, उसके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। मान्यताओं के अनुसार, जो भक्त रामनवमी के दिन देवी दुर्गा और श्री राम जी की विधिवत पूजा करते हैं, उन्हें मनवांछित फल की प्राप्ति होती है और उनके जीवन की सभी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। नवमी का पर्व भगवान राम जी के जन्म दिवस के रुप में मनाया जाता है। चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि दिन जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु ने अपना सातवा अवतार राम के रूप में लिया। वो अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के पुत्र बनकर धरती लोक पर आए। जगत का कल्याण करने के लिए और रावण का वध करने के लिए भगवान ने राम का अवतार लिया। राम नवमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जाती को भी दर्शाता है। राम ने हमेशा धर्म का साथ दिया। भगवान राम राजा दशरथ और रानी कौशल्या के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में जन्म लिया था। महान ग्रंथ रामायण के अनुसार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जगत के पालनहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं। भगवान राम का जन्म चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन हुआ था। अयोध्या के राजा दशरथ की तीन रानियां थी पर उनकी संतान एक भी नहीं थी। इस कारण राजा बहुत दुखी रहते थे। संतान प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने यज्ञ किया। उसके बाद उनकी तीन रानियां गर्भवती हुई। चैत्र नवमी के दिन भगवान राम ने रानी कौशल्या के गर्भ से जन्म लिया। ये राजा दशरथ और रानी कौशल्या के सबसे ज्येष्ठ पुत्र थे। उसके बाद भरत, शत्रुधन और लक्ष्मण का जन्म हुआ। भगवान ने धरती लोक को पाप से मुक्त किया और समाज में व्यापत बुराईयों को समाप्त किया।
Comments
0 voicesLog in or sign up to comment
No comments yet. Be the first to share your thoughts!