चार्टन लॉज में भूस्खलन का खतरा बरकरार, स्थायी ट्रीटमेंट की ज़रूरत
February 01, 2025
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सामान्य
उत्तराखंड: भूस्खलन प्रभावित चार्टन लॉज का ट्रीटमेंट जल्द जरूरी, भूवैज्ञानिक ने जताई चिंता
नैनीताल। नगर के मल्लीताल स्थित चार्टन लॉज क्षेत्र में सितंबर 2023 में हुए भूस्खलन के बाद से ही यह क्षेत्र संवेदनशील बना हुआ है। भूवैज्ञानिक बी.डी. पाटनी ने इस क्षेत्र के ट्रीटमेंट कार्य में हो रही देरी को खतरनाक बताते हुए कहा कि यदि जल्द से जल्द उपचार नहीं किया गया, तो आगामी बरसात में खतरा और बढ़ सकता है।
भूस्खलन के बाद बदहाल हालात
23 सितंबर 2023 को नैनीताल के चार्टन लॉज क्षेत्र में भूस्खलन के कारण एक दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया था, जिससे नीचे स्थित दो अन्य मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से 22 मकानों को खाली कराकर उनमें ताले लगवा दिए थे। इसके बाद भूवैज्ञानिकों की टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया था। राहत कार्य के तहत भूस्खलन रोकने के लिए जियो बैग की दीवार बनाई गई और ऊपरी हिस्से को पानी से बचाने के लिए तिरपाल डाली गई थी।
स्थायी ट्रीटमेंट की जरूरत
बाद में प्रशासन ने क्षेत्र में एक हजार से अधिक जियो बैग लगाकर विस्थापित लोगों को घरों में लौटने की अनुमति दी थी और टूटे मकानों को ध्वस्त किया गया था। हालांकि, अब तक क्षेत्र का स्थायी उपचार नहीं किया गया है। भूगर्भ वैज्ञानिक बी.डी. पाटनी के अनुसार, चार्टन लॉज कमजोर चट्टान पर बसा हुआ क्षेत्र है, इसलिए गहन सर्वेक्षण के बाद वहां जल्द से जल्द ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जाना चाहिए।
प्रशासन ने की डीपीआर तैयार करने की पहल
इस मामले में लोनिवि के ईई रत्नेश सक्सेना ने बताया कि जिला प्रशासन ने पहाड़ी के सर्वेक्षण के लिए आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र (डीएमएमसी), उत्तराखंड से कंसलटेंट नियुक्त किया है। कंसलटेंट की ओर से क्षेत्र का सर्वेक्षण कर डीपीआर तैयार की जाएगी, जिसके बाद पहाड़ी का ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जा सकेगा।
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