प्राकृतिक पिकनिक स्थलों में प्रवेश शुल्क कितना सही??नैनापिक के बाद टिफ़नटॉप में शुल्क लागू
May 13, 2024
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सामान्य
उत्तराखंड: वन विभाग द्वारा नैनीताल के प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट टिफ़न टॉप पर अब से प्रति व्यक्ति 50/- रुपये की दर से प्रवेश शुल्क लागू कर दिया गया है।नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी चीना(नैना पीक)पीक पर जाने के लिए इस तरह का प्रवेश शुल्क लगाए जाने के बाद यह दूसरा ऐसा मामला है।
सवाल ये है कि क्या वन विभाग द्वारा नैनीताल के ऐसे प्राकृतिक पिकनिक स्थलों पर जाने के लिए इस प्रकार का प्रवेश शुल्क लेना चाहिए? जबकि दशकों से इन स्थानों पर निःशुल्क प्रवेश था। चाइना पीक और टिफ़न टॉप पर जाने पर इस तरह का प्रवेश शुल्क लगाना पर्यटन विरोधी नीति तो नही है?क्या इस शुल्क को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए?
इस शुल्क को लागू हो जाने के बाद अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्या विशेष श्रेणी के लोगों जैसे विकलांगों, बच्चों, स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों, स्थानीय लोगों आदि को प्रवेश शुल्क में कोई रियायत दी जाएगी या दी जा रही है?
कुछ स्थानीय लोगो से जब इस विषय में बात की तब उनके रुझान सामने आए । ऐसे प्राकृतिक पिकनिक स्थलों, जहां एक सदी से भी अधिक समय से स्थानीय लोग और पर्यटक निःशुल्क जाते आए है,लेकिन अब यहां प्रवेश के लिए शुल्क देना पड़ेगा,इस बात से ज्यादातर लोगों में गहरी नाराजगी है। बहुत से लोग वहां सुबह की सैर के लिए जाते हैं। इन सभी लोगो का निवेदन है कि यदि संभव हो तो चीना पीक और टिफ़न टॉप जैसे प्राकृतिक पिकनिक स्थलों से इस प्रकार के प्रवेश शुल्क को वापस लेने पर विचार करें। ये हमारा अपना शहर है हम टूरिस्ट नही है जो अपने ही घर में प्रवेश शुल्क दें, यदि प्रवेश शुल्क लेना इतना ही आवश्यक है तो स्थानीय निवासियों को पूरी छूट मिले
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