तीन माह के नवजात बालक का अपहरण करने वाली महिला गिरफ़्तार
August 04, 2022
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सामान्य
उत्तराखंड: तीन माह के नवजात बालक का अपहरण करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की संदिग्ध बाग्लादेशी महिला को ऊधमसिंहनगर पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर गिरफ्तार कर नवजात बालक को किया बरामद कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक दो अगस्त को प्रेस चन्द्र पुत्र विरेन्द्र लाल लिए ग्राम सतुईया द्वारा थाना पुलभट्टा पर खुद के तीन माह के पुत्र प्रतीक को नैना उर्फ ज्योति नाम की महिला द्वारा अपहरण करने के सम्बन्ध में सूचना दी। सूचना के आधार पर पुलिस ने 22 धारा 363 भा.द.वि बनाम ज्योति उर्फ ना पंजीकृत किया गया। घटना से स्थानीय जनता में काफी भय व रोष का माहौल पैदा हो गया। सूचना पर तत्काल क्षेत्राधिकारी सितारगंज व थानाध्यक्ष पुलभट्टा द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया तीन माह के बच्चे के अपहरण की घटना को अति संवेदनशील मानते हुये घटना के त्वरित खुलासे व अपहृत बालक की सकुशल बरामदगी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंहनगर मंजूनाथ टीसी द्वारा पुलिस टीमों को गठित कर अपहृत बालक की बरामदगी करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक रुद्रपुर के नेतृत्व में थाना स्तर से पुलिस टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा पता करने व सी०सी०टीवी फूटेज चैक करने पर महिला ज्योति उर्फ नैना के सम्बन्ध में जानकारी की तो महिला मूल रूप से बंगाल या बांग्लादेश की होना पाया गया। जिसके द्वारा किच्छा के आसपास कई लोगों से शादी करने व उनके साथ ठगी कर फरार होने की बात प्रकाश में आयी। इसी क्रम में जानकारी करते हुये ज्ञात हुआ कि सूरज नाम का व्यक्ति जो बहेड़ी का रहने वाला है जो तन्दूर का काम करता है तथा पहले पुलभट्टा व किच्छा में होटलों में काम कर चुका है, ज्योति उर्फ नैना का सूरज के पास जाने का पता चला। सूरज का वर्तमान में बुलन्दशहर में रहना प्रकाश में आया जिस पर एसओजी टीम की मदद से सूरज की लोकेशन प्राप्त की जिसकी लोकेशन अनुपशहर जिला बुलन्दशहर मिली। जिस पर पुलिस टीमों ने अनुपशहर में पता करते हुये सूरज पुत्र भगवानस्वरुप निवासी ग्राम राजनगला थाना बहेडी जिला बरेली व नैना उर्फ ज्योति पत्नी सूरज को मय अपहृत बालक प्रतीक के कस्बा अनुपशहर जिला बुलन्दशहर में गिरफ्तार किया गया।सूरज पुत्र भगवानस्वरूप ग्राम राजूनगला थाना बहेड़ी जनपद बरेली के साथ शादी कर ली लगभग 03 वर्ष से सूरज के साथ अनूपनगर में रही। लगभग तीन माह पहले अनूपशहर में किच्छा आ गई और सतुईया निवासी उमेश के घर रहने लगी उमेश के भाई प्रेम चन्द का 03 माह के बालक प्रतीक को चोरी करने की नियत से उसके परिवार वाली से घुलना मिलना शुरू किया तथा बच्चे को अपने साथ कभी-कभी खिलाने के बहाने से रखने लगी जिससे बच्चा उसके साथ अच्छी तरह घुलमील ले जैसे ही प्रतीक इसके साथ घुलने मिलने लगा तो यह बातें ज्योति द्वारा अपने पति सूरज को बतायी और मोबाइल फोन से विडियो कॉल करके उक्त बच्चे को अपने पति सूरज को दिखाया और दोनों ने बालक प्रतीक को चोरी करने की योजना बनाई योजना के तहत दो अगस्त को समय करीब 03.30 बजे प्रतीक को उसकी माँ से खिलाने के बहाने रोज की भाँती लेकर टुकटुक में बैठाकर बच्चे को अपहरण कर ले गयी तथा सूरज को फोन पर बिलासपुर पहुंचने को कहा जिसपर सूरज अनुपशहर में बिलासपुर तक आया और ज्योति बच्चे को लेकर बिलासपुर तक गयी जहाँ इसे सूरज मिल गया फिर यह दोनों अपहृत बालक प्रतीक को लेकर अनुपशहर सूरज के किराये के कमरे पर पहुच गयी जहाँ से उक्त बालक को कलकता ले जाकर उचित दाम में किसी जरूरतमंद को बेचना बताया। उक्त महिला नैना उर्फ ज्योति एक शातिर किस्म की संदिग्ध बांग्लादेशी महिला है। जो अंतरराष्ट्रीय बच्चा चोर गिरोह की सदस्य हो सकती है जिस के संबंध में जानकारी की जा रही है जिसके द्वारा अपने पति सूरज के साथ मिलकर षडयन्त्र रचकर / योजनाबद्ध तरीके से बच्चे को उठाकर कुछ समय पालने के पश्चात बेचने के उद्देश्य से नाबालिग बच्चे को व्यप्रत कर दुर्व्यापार के मकसद से उठाकर ले जाने का जघन्य अपराध कारित किया गया है दोनों अभियुक्तों को धारा 363/370(4)/120 (बी) भादवी के अन्तर्गत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किय। 03 माह के बालक की 24 घण्टे मे सकुशल बरामदगी से स्थानीय जनता द्वारा पुलिस टीम की प्रशंसा की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस टीम को उत्साहवर्धन हेतु 5000 रुपये नगद पुरुस्कार की घोषणा की गयी ।
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