विश्व हृदय दिवस: बदलती जीवनशैली और तनाव से बढ़ रही हृदय रोगियों की संख्या
September 29, 2024
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सामान्य
उत्तराखंड: वर्तमान समय की बदलती जीवनशैली व अत्यधिक तनाव के चलते लोग दिल की बीमारी का शिकार बन रहे हैं। विश्व हृदय दिवस के अवसर पर बीडी पांडे अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ ने लोगों को हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय बताए। कहा कि जिन लोगों का दिल खुश रहेगा और जो व्यक्ति तनाव में नहीं रहेगा उसका दिल स्वस्थ रहेगा। कोरोना काल के बाद लोगों का वर्क फ्रॉम होम और व्यायाम ना करना हृदयघात को बढ़ावा दे रहा है । २५ से ५० वर्ष आयु के लोग भी इसकी चपेट में आ रहें है
नैनीताल में भी बदलती जीवन शैली व अत्यधिक तनाव के चलते लोग दिल के मरीज बनते जा रहे हैं। नगर में भी हृदय रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। रोजाना 40 से 50 मरीज दिल की समस्याओं को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं, जिन्हें उपचार की सलाह भी दी जा रही है। इधर शनिवार को विश्व हृदय दिवस के पूर्व दिवस पर बीडी पांडे अस्पताल में मरीजों व उनके साथ आए तीमारदारों को हृदय स्वस्थ्य रखने के लिए जागरूक किया गया।
डॉ. सुधांशु सिंह ने बताया कि समय के साथ सभी लोगों की आदतें, रहन-सहन व खान-पान बदल रहा है। वहीं आज के दौर में हर कोई तनाव में है। यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चे भी पढ़ाई के भार में तनाव में हैं। बच्चे घर के बाहर खेलने कम जाते हैं। उनका शारीरिक क्रियाकलाप ना के बराबर हो रहा है और छोटी उम्र में ही उनको शुगर, बीपी व अन्य समस्याएं हो रही हैं, जो बाद में दिल की बीमारी का कारण बन सकती है। नशा व धूम्रपान भी हृदय रोग के लिए बड़ा कारण है। हृदयघात में 17 प्रतिशत लोग नशा करने वाले होते हैं।
लोगों से अपील की गई कि वे बच्चों को व स्वयं को घर के बाहर खेलने के लिए तैयार रखें, साथ ही तनाव को भूलकर खुश रहने की कोशिश करें। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार लें तथा धूम्रपान और शराब से दूर रहें। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए जागरूक रहें। चलने में सांस फूल रहा हो, सीने में दर्द या जकड़न हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। इस दौरान अस्पताल के पीएमएस डॉ. टीके टम्टा, डॉ. एमएस दुग्ताल, डॉ. आरूषी गुप्ता, डॉ. मोनिका कांडपाल व डॉ. दीपिका लोहनी मौजूद रहे।
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