हल्द्वानी में वेडिंग जोन और फड़ ठेलों के नियमन के संबंध में डीएम वंदना सिंह ने की बैठक
October 03, 2024
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सामान्य
उत्तराखंड: हल्द्वानी, 03 अक्टूबर, 2024
डीएम वंदना सिंह ने हल्द्वानी शहर में वेडिंग जोन निर्धारण और फड़ ठेलों के नियमन के संबंध में कैंप कार्यालय में अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, एसपी क्राइम प्रकाश चंद्र, सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई, सी ओ नितिन लोहनी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि वे फड़ ठेलों की संख्या के साथ ही वेडिंग जोन के स्थल चिन्हित करें और उनकी मार्किंग करें। इसके साथ ही, हर वेडिंग लोकेशन में फड़ ठेलों की संख्या भी निर्धारित की जाएगी, ताकि यदि भविष्य में निर्धारित संख्या से अधिक फड़ ठेले लगते हैं, तो संबंधित के खिलाफ कारवाई की जा सके।
वर्तमान में नगर निगम ने वेडिंग जोन के लिए आठ स्थलों को चिन्हित किया है, जिनका ट्रैफिक के दृष्टिकोण से परीक्षण जारी है। डीएम ने जोर देकर कहा कि नगर निगम को शहर में लगने वाले फड़ों की संख्या की ऊपरी सीमा निर्धारित करनी होगी ताकि शहर व्यवस्थित रहे। अक्सर यह शिकायत मिलती रहती है कि फड़ ठेलों की संख्या बढ़ रही है, जबकि सभी को शहर में जगह उपलब्ध कराना संभव नहीं है। इसलिए, संख्या और स्थल निर्धारित करना जरूरी है, जिससे भविष्य में अपराध की संभावना को भी कम किया जा सके।
डीएम ने बताया कि साल 2022 में नगर निगम ने फड़ ठेलों का सर्वेक्षण कराया था, जिसमें लगभग 1680 फड़ ठेलों की संख्या निर्धारित की गई थी। फड़ एसोसिएशन ने मांग की है कि नगर निगम उन्हें पूर्व में किए गए सर्वे की सूची उपलब्ध कराए। एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि वे अपने स्तर पर हर फड़ लगाने वाले का फोटो और अन्य जानकारी भी उपलब्ध कराएंगे।
त्योहारों के मौसम में बाजारों में फड़ ठेलों की संख्या बढ़ने से आवाजाही में कठिनाई होती है और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, साथ ही अपराधों की आशंका भी बढ़ जाती है। इससे बचाव के लिए डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि वे बाजार के व्यापारियों और फड़ ठेले वालों के साथ बैठक करें, ताकि किसी भी दुकान के आगे अनावश्यक फड़ ठेलों का जमावड़ा न हो। डीएम ने व्यापारियों से भी सहयोग की अपील की।
बैठक में पिछले दिनों किए गए निरीक्षण के दौरान नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में खाली पड़े प्लॉटों की स्थिति पर भी चर्चा हुई। आम लोगों की शिकायत थी कि कॉलोनियों के खाली प्लॉटों में अराजक तत्वों के कारण माहौल खराब हो रहा है। इस संबंध में डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि वे भू-स्वामियों को चाहर दीवारी या तारबाड़ कराने के लिए कहें। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अब तक 14 प्लॉट स्वामियों को नोटिस भेजे जा चुके हैं, और नगर निगम के प्लॉटों को सुरक्षित करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं ताकि भविष्य में जनसामान्य के लिए इनका विकास किया जा सके।
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