भीमताल: पिंजरे में फ़सा बाघ, दो दिन पहले भी गिरफ़्त में आया था गुलदार
December 26, 2023
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सामान्य
उत्तराखंड: नैनीताल जिले में भीमताल के जंगलिया गांव के नौली तोक में लगे एक पिंजरे में सोमवार रात बाघ फंस गया। इससे दो दिन पहले भी बड़ौन रेंज के दुधली गांव में एक गुलदार पिंजरे में फंस गया था। क्षेत्र के तीन में से दो घटनाओं में बाघ के होने के साक्ष्य मील थे जबकि तीसरे की जांच आनी बांकी है।
बात दें कि नैनीताल जिले में भीमताल के कसाइल, पिनरों और ताडा गांव में तीन महिलाओं को जान से मारने वाले हिंसक वन्यजीव की तलाश वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई। अज्ञात हिंसक वन्यजीव ने सात दिसंबर को मलुवाताल के कसाइल में इंद्रा देवी, नौ दिसंबर को पिनरों में पुष्पा देवी और फिर 20 दिसंबर को ताडा गांव में 20 वर्षीय निकिता शर्मा को अपना शिकार बनाया था। इस बीच, सरकार पर ग्रामीणों के भारी दबाव के बाद दस दिसंबर को वन मुखिया ने हमलावर को नरभक्षी गुलदार घोषित कर मारने का फरमान जारी कर दिया गया। इस आदेश कि खबर छपते ही हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर अधिकारियों को तलब कर हिंसक वन्यजीव को मारने पर रोक लगा दी और हिंसक वन्यजीव पर काबू करने संबंधी गाइडलाइन का पालन करने को कहा। बीते दिनों, उस क्षेत्र में एक्सपर्टों की टीमें गश्त पर जुटी हैं और शनिवार को एक स्वस्थ गुलदार पिंजरे में कैद हुआ था। डब्ल्यू.आई.आई. के एक्सपर्ट डॉ. पराग निगम के शनिवार को मौके पर पहुँचने के बाद कॉर्बेट नैशनल पार्क से दो वन्यजीव चिकित्सक भी जरूरी सैम्पल लेने पहुंचे।
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