रामनगर में गुलदार का हमला: बहादुर 12 वर्षीय भाई ने बचाई छोटे भाई की जान
September 07, 2024
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पर्यटन
उत्तराखंड: रामनगर। गुरुवार शाम रामनगर के चोरपानी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब एक नौ वर्षीय बच्चे मनीष सैनी पर गुलदार ने हमला कर दिया। मनीष अपने घर के बाहर बगीचे में लाइटें जलाने गया था, जब गुलदार ने उसे अपना शिकार बनाने की कोशिश की। इस भयावह घटना के दौरान, मनीष का 12 वर्षीय बड़ा भाई देव सैनी उसकी मदद के लिए दौड़ा और बहादुरी दिखाते हुए डंडे से गुलदार पर हमला किया, जिससे गुलदार वहां से भाग गया और छोटे भाई की जान बच गई।
रामनगर के पास चोरपानी की सती कॉलोनी में आम और लीची के बगीचों की देखभाल करने वाले बागवान परिवार रहते हैं। प्रदीप सैनी भी अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ यहां रहता है। गुरुवार शाम को प्रदीप और उसकी पत्नी बगीचे में काम कर रहे थे, जबकि उनका नौ वर्षीय बेटा मनीष घर के बाहर बगीचे में लाइटें जलाने गया।
लाइट जलाते ही मनीष की नजर गुलदार पर पड़ी, जो पहले ही उनके पालतू कुत्ते को मारकर खा रहा था। रोशनी होते ही गुलदार ने मनीष पर झपट्टा मारा और उसके पैर को पकड़कर बगीचे की ओर खींचने लगा। मनीष ने अपनी गर्दन को बचाने के लिए अपने हाथों से सुरक्षा करने की कोशिश की, लेकिन गुलदार ने उसके पैर को अपने जबड़े में जकड़ लिया और उसे घसीटने लगा।
मनीष की चीखें सुनते ही उसका बड़ा भाई देव, जो उस समय घर के अंदर था, तुरंत बाहर भागा। स्थिति को देखते हुए उसने पास में पड़ा एक डंडा उठाया और बिना डरे गुलदार के सिर पर जोर-जोर से वार करना शुरू कर दिया। देव की बहादुरी और डंडे के वार से गुलदार घबरा गया और बगीचे की ओर भाग खड़ा हुआ। मनीष का शोर सुनकर आसपास के अन्य बच्चे और लोग भी वहां इकट्ठा हो गए, जिससे गुलदार ने और हमला करने की कोशिश नहीं की।
हमले में मनीष के पैर पर गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसके माता-पिता उसे तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने मनीष की हालत स्थिर बताई और उसके पैर में चार टांके लगाए गए हैं। फिलहाल, मनीष खतरे से बाहर है और परिवार उसकी जल्द ही स्वस्थ होने की उम्मीद कर रहा है।
घटना के बाद, बिजरानी वन क्षेत्र के अधिकारी भानुप्रकाश हर्बोला ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तुरंत क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों को अंधेरे में घर के बाहर न निकलने की सलाह दी गई है और उन्हें सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग ने आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है कि इस क्षेत्र में गुलदार ने हमला किया हो। स्थानीय निवासियों का कहना है कि गुलदारों की बढ़ती गतिविधियों के कारण वे अब अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डर रहे हैं। वन विभाग ने आश्वासन दिया है कि वह गुलदार को पकड़ने और उसे जंगल के भीतर भेजने के लिए पिंजरा लगाने जैसी आवश्यक कदम उठाएगा।
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