हेडिंग: बाघ हमले में महिला की मौत पर किटोडा में उबाल, शव रखकर जताया विरोध
December 31, 2025
•
47 views
दुर्घटना
नैनीताल: पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एवं प्रमुख राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु ने ओखलकाण्डा विकासखंड के किटोडा, चमोली क्षेत्र में बाघ का शिकार बनी महिला की मौत के विरोध में ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर चार घंटे तक धरना-प्रदर्शन किया। महिला का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर लाकर ग्रामीण जनता ने विरोध दर्ज कराया।
धरने के दौरान ग्रामीणों ने प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें बाघ को तत्काल मारने के आदेश जारी करने, क्षेत्र की खराब सड़कों की मरम्मत, बाघ प्रभावित क्षेत्रों में सौर ऊर्जा लाइटें लगाने, मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा सफेद कुरी झाड़ियों की पूर्ण सफाई शामिल रहीं।
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक एवं वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कड़ा आक्रोश जताया। जनाक्रोश के चलते विधायक को भी जनता की नाराज़गी का सामना करना पड़ा और अंततः उन्हें ग्रामीणों के साथ खड़ा होना पड़ा। देर रात लगभग दस बजे संबंधित अधिकारियों द्वारा मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन दिया गया, जिसके बाद ही शव को घर ले जाया गया।
इस मौके पर हरीश पनेरु ने आरोप लगाया कि वन विभाग और विधायक एक ही विधानसभा में दोहरा मापदंड अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि दीनी-तल्ली क्षेत्र में बाघ को मारने के आदेश नहीं दिए गए, जंगली जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था नहीं की गई और आर्थिक सहायता में भी असमानता बरती जा रही है।
पनेरु ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाहर से बाघ लाकर पहाड़ी जंगलों में छोड़े गए, जबकि पहाड़ की महिलाओं की मेहनत और सुरक्षा को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को पहाड़ के लोगों की चिंता नहीं है। इस पूरे मामले को लेकर शीघ्र बड़े जन आंदोलन की चेतावनी देते हुए पनेरु ने कहा कि उत्तराखंड सरकार, जिला प्रशासन, सांसद और विधायक को जवाब देना होगा कि पिछले पांच वर्षों में बाघ हमलों की घटनाएं इतनी तेजी से क्यों बढ़ीं और बाघों की संख्या में असंतुलन कैसे हुआ।
उन्होंने आशंका जताई कि चिड़ियाघरों में रखे बाघों को भी पहाड़ी क्षेत्रों के जंगलों में छोड़ा गया है, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष लगातार बढ़ रहा है।
Comments
0 voicesLog in or sign up to comment
No comments yet. Be the first to share your thoughts!