by Ganesh_Kandpal
Oct. 3, 2024, 9:34 a.m.
[
289 |
0
|
0
]
<<See All News
**"सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते"**
हिंदी में इसका अर्थ है:
"जो समस्त मंगलों में सबसे अधिक मंगलमयी हैं, जो शिव की पत्नी हैं, समस्त प्रयोजनों को सिद्ध करने वाली हैं, तीन नेत्रों वाली गौरी हैं, उन नारायणी देवी को मैं नमन करता/करती हूँ।"
यह देवी दुर्गा की स्तुति है, जो उन्हें सभी प्रकार की शुभता और कल्याण की देवी के रूप में वर्णित करती है।
आज से शारदीय नवरात्रि शुरू हो गए हैं। हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्योहार का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि पर देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की विशेष रूप से पूजा की जाती है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्रि रहती है। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा और अनुष्ठान आरंभ होते हैं। नवरात्रि के पहले दिन देवी मां पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की आराधना की जाती है।
हल्द्वानी, 03 अक्टूबर, 2024 डीएम वंदना सिंह ने हल्द्वानी शहर में वेडिंग जोन निर्धारण और फड़ ठेलों के नियमन के संबंध में कैंप कार्यालय में अधिकारियों के सा…
खबर पढ़ें**नैनीताल में श्री रामलीला महोत्सव 2024 का भव्य आयोजन, 3 अक्टूबर से हुआ शुभारंभ** नैनीताल के मल्लीताल स्थित श्री राम सेवक सभा द्वारा आयोजित *श्री रामलीला म…
खबर पढ़ें
Leave a Comment:
You must be logged in to like/unlike or post a comment. Login Here to continue.