कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के डी.एस.बी. परिसर में संस्कृत दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन

by Ganesh_Kandpal

Aug. 14, 2024, 9:25 a.m. [ 324 | 0 | 0 ]
<<See All News



### कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के डी.एस.बी. परिसर में संस्कृत दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन

कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल के डी.एस.बी. परिसर में संस्कृत विभाग द्वारा 12 अगस्त को संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनके परिणाम 13 अगस्त को आयोजित संस्कृत कार्यक्रम में घोषित किए गए।

**संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता** में 18 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें **प्रथम स्थान** हर्षित जोशी, **द्वितीय स्थान** रक्षिता पाण्डे और भूमिका बिष्ट, तथा **तृतीय स्थान** निकिता जोशी, देवांशी गंगवार, और प्रगति गंगवार ने प्राप्त किया।

**भाषण प्रतियोगिता** का विषय "वर्तमान संदर्भ में संस्कृत की उपादेयता" था, जिसमें 9 विद्यार्थियों ने भाग लिया। **प्रथम स्थान** नकुलदेव साह, **द्वितीय स्थान** श्वेता पन्त, और **तृतीय स्थान** दीक्षा पाण्डे ने प्राप्त किया।

**श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता** में 9 विद्यार्थियों ने भाग लिया। **प्रथम स्थान** रक्षिता पाण्डे, **द्वितीय स्थान** नकुलदेव साह, और **तृतीय स्थान** दीक्षा पाण्डे और श्वेता पन्त ने प्राप्त किया।

**पोस्टर प्रतियोगिता** में 9 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें **प्रथम स्थान** विद्या भण्डारी और पूजा आर्या, **द्वितीय स्थान** रीतिका मेहता, और **तृतीय स्थान** नेहा बुराड़ी और लिपाक्षी ने प्राप्त किया। **चतुर्थ स्थान** पर दीक्षा पाण्डे और ज्योति पाठक रही। संजना आर्या और दीपांशी को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

**निबंध प्रतियोगिता** का विषय "वैदिक अध्ययन" था, जिसमें 25 विद्यार्थियों ने निबंध लिखकर जमा किए। **प्रथम स्थान** तनीषा जोशी और श्वेता पन्त, **द्वितीय स्थान** दीक्षा पाण्डे और हिमानी जोशी, **तृतीय स्थान** गीतिका बिष्ट और विद्या भण्डारी, और **चतुर्थ स्थान** लिपाक्षी और रीतिका मेहता ने प्राप्त किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. नीता बोरा शर्मा, परिसर निदेशक ने अपने उद्बोधन में संस्कृत कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें वर्णों, शब्दों, और मंत्रों के शुद्ध उच्चारण पर जोर दिया गया। सारस्वत अतिथि प्रो. पद्म सिंह बिष्ट, संकायाध्यक्ष कला ने विद्यार्थियों को संस्कृत पढ़ने और उसमें निहित ज्ञान को अपनाने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि प्रो. ललित मोहन तिवारी ने संस्कृत भाषा की महत्ता पर बल देते हुए इसे भारत की आत्मा बताया।

आमंत्रित अतिथि डॉ. गगन दीप होती, संगीत विभागाध्यक्ष ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रदीप कुमार द्वारा प्रतिभागियों के परिणाम की घोषणा और प्रमाणपत्र वितरण से हुआ। विभागाध्यक्ष संस्कृत प्रो. जया तिवारी, डॉ. लज्जा भट्ट, डॉ. नीता आर्या, और डॉ. सुषमा जोशी ने प्रमाणपत्र वितरित किए। अंत में सुषमा नेगी और किरन ने सभी का आभार व्यक्त किया और शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।


Leave a Comment:

You must be logged in to like/unlike or post a comment. Login Here to continue.

Search
Explore News by Type
Card image cap Public_Interest

शराब की दुकाने कल १५ अगस्त को रहेंगीं बंद

नैनीताल 14 अगस्त - स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के मौके पर जनपद की सभी मदिरा की दुकानें बंद रहेंगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में सभी देशी और विदे…

खबर पढ़ें
Card image cap Public_Interest

केयू के पूर्व छात्र डॉ. श्रीकर पंत बने राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी भ…

कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के वनस्पति विज्ञान विभाग के पूर्व छात्र, डॉ. श्रीकर पंत को राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी भारत (एनएएसआई) के आजीवन सदस्य के रूप में चुना ग…

खबर पढ़ें