by Ganesh_Kandpal
Dec. 26, 2023, 11:15 a.m.
[
670 |
0
|
0
]
<<See All News
नैनीताल जिले में भीमताल के जंगलिया गांव के नौली तोक में लगे एक पिंजरे में सोमवार रात बाघ फंस गया। इससे दो दिन पहले भी बड़ौन रेंज के दुधली गांव में एक गुलदार पिंजरे में फंस गया था। क्षेत्र के तीन में से दो घटनाओं में बाघ के होने के साक्ष्य मील थे जबकि तीसरे की जांच आनी बांकी है।
बात दें कि नैनीताल जिले में भीमताल के कसाइल, पिनरों और ताडा गांव में तीन महिलाओं को जान से मारने वाले हिंसक वन्यजीव की तलाश वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई। अज्ञात हिंसक वन्यजीव ने सात दिसंबर को मलुवाताल के कसाइल में इंद्रा देवी, नौ दिसंबर को पिनरों में पुष्पा देवी और फिर 20 दिसंबर को ताडा गांव में 20 वर्षीय निकिता शर्मा को अपना शिकार बनाया था। इस बीच, सरकार पर ग्रामीणों के भारी दबाव के बाद दस दिसंबर को वन मुखिया ने हमलावर को नरभक्षी गुलदार घोषित कर मारने का फरमान जारी कर दिया गया। इस आदेश कि खबर छपते ही हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर अधिकारियों को तलब कर हिंसक वन्यजीव को मारने पर रोक लगा दी और हिंसक वन्यजीव पर काबू करने संबंधी गाइडलाइन का पालन करने को कहा। बीते दिनों, उस क्षेत्र में एक्सपर्टों की टीमें गश्त पर जुटी हैं और शनिवार को एक स्वस्थ गुलदार पिंजरे में कैद हुआ था। डब्ल्यू.आई.आई. के एक्सपर्ट डॉ. पराग निगम के शनिवार को मौके पर पहुँचने के बाद कॉर्बेट नैशनल पार्क से दो वन्यजीव चिकित्सक भी जरूरी सैम्पल लेने पहुंचे।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में आज कुलपति सेंट्रल यूनिवर्सिटी असम सिलचर प्रो राजीव मोहन पंत नए व्याख्यान दिया ।प्रो पंत ने कहा की विद्यार्थी समय के…
खबर पढ़ेंनैनीताल। पूर्व जिला अध्यक्ष एवं वरिष्ठ संघ के कार्यकर्ता तथा स्वयंसेवक भुवन चंद हरबोला (82 ) का सुबह 4:00 बजे हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्क…
खबर पढ़ें
Leave a Comment:
You must be logged in to like/unlike or post a comment. Login Here to continue.