by Ganesh_Kandpal
May 30, 2021, 8:11 p.m.
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कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र की ओर से वर्चुअल माध्यम से आयोजित स्व. बिष्णु दत्त उनियाल की स्मृति में ‘कोरोना काल में पत्रकारिता’ विषय पर विचार गोष्ठी में देश विदेश के प्रतिभागियों को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, कुलपति प्रो. एनके जोशी सहित देश के जाने माने पत्रकारों, साहित्यकारों और शिक्षाविदों ने संबोधित किया।
नैनीताल से प्रकाशित हुए उत्तराखंड के पहले हिंदी समाचार पत्र पर्वतीय के संस्थापक पं. बिष्णु दत्त उनियाल को आज उनकी जन्म शताब्दी जयंती पर याद करते हुए कोश्यारी ने कहा कि कुमाऊं में पत्रकारिता की नींव मजबूत करने में उनियाल और पर्वतीय की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही।
वेबीनार में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के पहले दैनिक समाचार पत्र की भूमिका और इसके संस्थापक स्व. बिष्णु दत्त उनियाल के ट्रस्ट के माध्यम से आज तक भी गरीबों और जरूरतमंद लोगों की आर्थिक सहायता के सेवा भाव को सामने लाकर पत्रकारिता विभाग ने बहुत महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने प्रो. गिरीश रंजन तिवारी को बधाई देते हुए कहा कि इससे पूरे विवि का मान बढ़ा है। सीएम ने कहा कि कोरोनाकाल में पत्रकारों ने गम्भीर चुनौतियों का सामना कर अपना दायित्व निभा कर एक मिसाल पेश की है।
इस मौके पर कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने स्व. उनियाल का जिक्र करते हुए बताया कि बेहद गरीबी और फाकाकशी तथा टीबी जैसे असाध्य रोग से लड़ते हुए भी उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा से अपना मुकाम पाया। स्व. उनियाल की पुत्री डा. सीमा उनियाल मिश्रा ने अपने पिता के जीवन एवं उनके पत्रकारिता के प्रति समर्पण का वर्णन करते हुए अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के टॉपर छात्र एवं छात्रा को ट्रस्ट की ओर से 10-10 हजार रुपए की छात्रवृत्ति देने की घोषणा की। साहित्यकार लक्ष्मण सिंह बिष्ट ‘बटरोही’ एवं उद्घोषक हेमंत बिष्ट ने स्वर्गीय पं. उनियाल के साथ अपने संस्मरणों को प्रस्तुत किया। भारत-मॉरीशस हिंदी समन्वय केंद्र की संयोजक सविता तिवारी सहित राजस्थान विवि के अमित वर्मा ने कोविड काल में शवों एवं मौतों के चित्रों व समाचारों को नकारात्मक पत्रकारिता बताया। प्रो. नीरजा टंडन ने पत्रकारिता विभाग की स्थापना में उनियाल ट्रस्ट के योगदान की चर्चा की। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने कोविड काल में पत्रकारों के रोजगार और जीवन पर आए दोहरे संकट को गंभीर समस्या बताया।। बेबिनार का संचालन करते हुए अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी ने कोविड काल में फेक न्यूज की बाढ़ को कोरोना जैसी ही महामारी बताया। उन्होंने कहा कि पत्रकार इस समय अपनी जान जोखिम में डाल कर काम कर रहे हैं। आज की वर्चुअल बेबिनार में कूटा अध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी, खुशबू तिवारी, डॉ. महेंद्र राणा, गणेश चन्द्र कांडपाल, हिमानी बोरा, अदिति खुराना, आकांक्षी, चंदन कुमार, अंचल पंत, हेमंत रावत, राजेंद्र क्वीरा सहित बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया।
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